मरने के बाद छूट जाती है एक उदास दुनिया, 'हची' से पता चला

सब कुछ खत्म करने चला था। फिर मम्मी की एक बात याद आ गई। मम्मी कहती हैं कि- "दुनिया में कुछ भी खत्म नहीं होता यहां तक कि तुम्हारे मरने के बाद भी। जो लोग कहते हैं कि मरने के बाद सब ठीक हो जाता है वो किसी मुगालते में रहते हैं। इस हिसाब से उन्हें साधू संत बन जाना चाहिए और मोह माया त्याग कर जंगलों में चले जाना चाहिए क्योंकि फिर उनका संबंध परिवार से नाम मात्र का रह जाएगा और उनके मरने से किसी को घंटा फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर तुम किसी के साथ रहते हुए मर गए तो फिर उन्हें जिंदगी भर भुगतना पड़ेगा। बहुत कम लोग होते हैं जो सब ठीक करके जाते हैं।" 
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फिर क्या था लाइट चली गई, आंखें खुल गईं, 12 बज गए, उठे, पौटी की, ब्रश किया, कॉफी बनाई, लैपटॉप खोला और ये 'हची' देख ली। प्यारे गुरू जी ने सजेस्ट की थी। इसे देखने के बाद मम्मी की कही सारी बातों पर यकीन और पक्का हो गया। मरने के बाद कुछ ठीक नहीं होता है। पीछे इतना कुछ छोड़ जाओगे कि अगर स्वर्ग, नर्क, जन्नत या जहान्नुम जैसी कोई चीज होती होगी तो वहां भी चैन नहीं मिलेगा। बाकी रिचर्ड गेयर इस बात को बखूबी समझ रहे थे लेकिन बेचारे कुत्ते का ही प्यार इतना मासूम है कि उसे मौत जैसी जीच का आभास ही नहीं है। न देखी हो तो देख लो..कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें पढ़कर नहीं देख कर समझ पाते हैं।

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